Most Mysterious Places of World in Hindi
Aokigahara Japan (Sucide Forest)
यह जापान के माउंट फुजी में स्थित घना व शांत जंगल है जिसमें सूरज की रोशनी भी मुश्किल से ही सतह तक पहुंच पाती है। यह जंगल दुनिया भर में सुसाइड फारेस्ट के नाम से बदनाम है। इसका यह नाम इसीलिए पड़ा क्योंकि इस जंगल मे जो कोई भी जाता है सभी आत्महत्या कर लेते है। इस जंगल में हर तरफ जूते, कपड़े व लाश लटके हुए दिखाई देते है। 1950 से अभी तक यहा 500 से भी अधिक लोगों ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है कि यह सब प्रेत-आत्मयों की वजह से होता है जो यहाँ आने वाले लोगों को वश में कर लेते है जिससे कि वे आत्महत्या करने को मजबूर हो जाते है। यहाँ पर आत्महत्या के मामलों को बढ़ते हुए देख कर वहाँ की नौसेना ने जंगल के सामने बोर्ड लगा दिया है जिसमें लिखा है कि ''जीवन अनमोल है इसे गवाने से पहले अपने घरवालों के बारे में सोचे।'' यहाँ आत्महत्या के मामलों को देखते हुए लाश एकत्रित करने के लिए भी अलग से कर्मी रखे गए है। 2003 की रिपोर्ट के अनुसार ये उस वर्ष यहाँ 105 लोगों की लाश मिली थी। इस जंगल का एक ओर रहस्य यह भी है कि यहाँ पर आधुनिक उपकरण जैसे कंपस, मोबाइल फोन आदि काम नही करते जिससे कि इस जंगल मे गायब होने की संभावना काफी बढ़ जाती है, इसीलिए जो भी इस जंगल मे आते है वह पेडों पर टेप या अन्य निशान लगाते हुए जाते है।Read Also - दुनिया के अलग अलग देशों के अजीबोगरीब 15 अंधविश्वास
North Sentinel, India
यह आइलैंड हमारे भारत मे ही स्थित है जो अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 50 किलोमीटर की दूरी पर है। 23 वर्गमील में फैले इस आइलैंड पर कुछ आदिवासी रहते हैं जिन्हें बाहर के लोगों का यहाँ आना बिल्कुल भी पसन्द नहीं है। कहा जाता है कि ये लोग 60 हजार सालों से यहाँ रह रहे है, लेकिन इन लोगों की संस्कृति, खानपान और भाषा आज भी दुनिया के लिए रहस्य बना हुआ है। सरकार ने इनसे संपर्क करने की बहुत बार नाकाम कोशिश की पर ये बाहरी लोगों पर तीर व भाले से हमला कर देते है। 2004 की सुनामी के समय सरकार ने कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर यहाँ भेजे ताकि उनकी मदद की जा सके लेकिन उन्होंने हेलीकॉप्टर पर तीर भाला चलाना शुरू कर दिया जिससे कारण उनसे संपर्क तो नहीं हो सका पर ये स्पष्ट हो गया कि वे इतनी भयानक सुनामी से भी बच गए और कैसे बच गए ये किसी को पता नही चल पाया। सरकार ने अब उनसे संपर्क करने का प्रयास छोड़ दिया है और लोगों के वहाँ जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, क्योंकि सरकार का मानना है कि यदि बाहरी लोग इस टापू पर जाते हैं तो वहाँ के आदिवासियों को चिकेनपॉक्स, बुखार और भी बहुत सी बीमारी फैल सकती है जिनसे उनका शरीर लड़ने में असमर्थ होगा जिसके उनका अस्तित्व खत्म होने का खतरा हो सकता है।Snake Island - Brazil
इलाहा दा क्यूईमादा ग्रांडे (Ilha da Queimada Grande) यह आइलैंड ब्राज़ील में स्थित है। यह ब्राज़ील के शहर साओ पाउलो से 30 किलोमीटर की दूरी पर है। इस टापू का नाम स्नेक आइलैंड इसलिए पड़ा क्योंकि यहाँ पूरे टापू में सांप भरे पड़े है। यहाँ 4000 से भी अधिक साँपो की प्रजातियां पायी जाती है। हर वर्ग मीटर की दूरी पर यहां 1-5 सांप देखने को मिल जाते है। दुनिया का सबसे जहरीला सांप 'गोल्डन लेंसहेड वाइपर' भी यहाँ पाया जाता है। 1909 में इस आइलैंड पर एक लाइटहाउस बनाया गया था जिसकी रखवाली के लिये वहाँ एक परिवार रहता था लेकिन दुर्भाग्यवश एक दिन पूरा परिवार साँपो का शिकार बन गया। जिसके बाद सरकार ने इस आइलैंड पर जाने से पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया, हालांकि शोधकर्ताओं को इस आइलैंड पर जाने की अनुमति मिली हुई है जो कि साल में एक बार यहां शोध करने जाते है। इस आइलैंड पर साँपो के अलावा और कोई जानवर नही रहता क्योंकि सब साँपो का भोजन बन गए है। हर साल बड़ी मात्रा में प्रवासी पक्षी यहां आराम करने आते हैं और साँपो को शिकार बन जाते है और यही पक्षी इन साँपो के इतने संख्या में बढ़ने की बड़ी वजह बताई जाती है।Read also - साँपो के बारे में 25 रोचक जानकारियां | 25 Interesting Facts About Snakes in Hindi
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